Saturday 19 March 2016

मेरी तलाश

रोती आँखों के आँसू पौछने तो अजनबी जमाना भी आगे आता हैं ,
मुझे तो तलाश हैं उसकी, जिसमें कुव्वत हो मेरे हसते हुए चेहरे पर समुन्दर लाने की !

नारी

 नारी-

नादान जग समझे खुद को पुरुष-प्रधान, यही बड़ी बिमारी हैं ।
जब जगह जगह पर, कदम कदम पर भारी सब पर नारी हैं।।
हीरे-मोती धन सम्पदा, लक्ष्मी रूप में नारी हैं ।
शक्ति रूप में काली-अम्बिका, सिंह सवारी नारी हैं ।।
इस धरा पे तुम्हारे आने की, वजह बनी कोई नारी हैं ।
जीवन के हर पग पर, ढाल तुम्हारी नारी हैं।।
भूख लगे तो पेट भरे जो, माँ वो तुम्हारी नारी हैं।
चोट लगे तो दवा करे जो, बहन तुम्हारी नारी हैं।।
सुख-दुःख में जो साथ निभाती, जीवन-संगिनी नारी हैं।
कन्यादान का पुण्य तुमको,दिलाने वाली नारी हैं ।।
जीवन में जो पाना चाहते, हर चाह तुम्हारी नारी हैं।
रिद्धि सिद्धि या प्रसिद्धि, हर शब्द में नारी हैं ।।
कहो पूजा या दुआ उसे तुम, कर्म रूप में नारी हैं।
हंसी ख़ुशी या प्रसन्नता, हर भाव-शब्द में नारी हैं।।
हे उमा,रमा,ब्रह्माणी ! कोटि-कोटि नमन हैं तुझको।
जीवन रूपी इस गाड़ी की, धुरी हमेशा नारी हैं।।
जगह-जगह पर, कदम-कदम पर
भारी सब पर नारी हैं।

{ वीरेन्द्र रामदेव }

Friday 18 September 2015

छोटा-बड़ा

छोटा बनकर रहेँगे तो मिलेगी हर बड़ी रहमत...!!
बड़ा होने पर तो माँ भी गोद से उतार देती है..

मैं समझदार

पहले मैं होशियार था, 
इसलिए दुनिया बदलने चला था।
अब मैं समझदार हु तो ,
खुद को बदलने लगा हु ।।

इक मौका

दोस्तो के साथ
जीने का इक मौका
दे दे ऐ खुदा...
तेरे साथ तो
हम मरने के बाद
भी रह लेंगे...

हैसियत

जी करता है, जाकर लड़ आऊ इस जालिम दुनिया को बनाने वाले से।
पर ठहर जाता हूँ अपनी हैसियत देखकर।।

My Favorite Song

मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया
हर फ़िक्र को धुए में उडाता चला गया
बरबादीयों का सोग मनाना फिजूल था
बरबादीयों का जश्न मनाता चला गया
जो मिल गया उसी को मुकद्दर समाज लिया
जो खो गया मैं उस को भुलाता चला गया
गम और खुशी में फर्क ना महसूस हो जहा
मैं दिल को उस मकाम पे लाता चला गया"